फिरोजपुर 5 जनवरी (live24india) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में फिरोजपुर में रखी गई रैली खराब मौसम के कारण रद्द कर दी गई तेज बारिश व ठंड मैं रैली में अधिक लोग नहीं पहुंच पाए. जिसके कारण विशाल पंडाल में चारों तरफ खाली कुर्सियां ही दिखाई दे रही थी.
इसके इलावा सुबह के समय जब PM मोदी बठिंडा पहुंचे, जहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक हुसैनीवाला बॉर्डर जाना था. लेकिन बारिश और खराब विजिबिलिटी के चलते पीएम ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया. जब मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो यह तय किया गया कि वह सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक हुसैनीवाला का दौरा करेंगे, जिसमें 2 घंटे से अधिक समय लगना था.
गृह मंत्रालय के अनुसार डीजीपी पंजाब पुलिस द्वारा आवश्यक सुरक्षा प्रबंधों की आवश्यक पुष्टि की गई. इसके बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से यात्रा करने के लिए आगे बढ़े. हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर दूर, जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो अचानक कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को ब्लॉक किया हुआ था. प्राप्त सूचन के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी को 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहना पड़ा. यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक मानी जा रही है
इस सुरक्षा चूक के बाद, पीएम मोदी के काफिले को बठिंडा एयरपोर्ट पर वापस जाने का निर्णय लिया गया. गृह मंत्रालय ने सुरक्षा में इस गंभीर चूक का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
राज्य सरकार को भी इस चूक की जिम्मेदारी तय करने और सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है. वहीं दूसरी ओर तेज बारिश की वजह से पीएम मोदी की फिरोजपुर रैली रद्द हो गई है. पीएम मोदी के तय कार्यक्रम के मुताबिक वो यहां रैली स्थल से 42,750 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करने वाले थे.
गृह मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा की योजना के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही बता दिया गया था. प्रक्रिया के अनुसार उन्हें रसद, सुरक्षा के साथ-साथ आकस्मिक योजना तैयार रखने के लिए आवश्यक व्यवस्था करनी थी.
साथ ही आकस्मिक योजना के मद्देनजर पंजाब सरकार को सड़क मार्ग से किसी भी मूवमेंट को सुरक्षित करने और बंद करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था करनी थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि किसी भी तरह की तैनाती सड़क मार्ग पर नहीं की गई थी.!
फ्लाईओवर पर बीस मिनट फसी रही मोदी की गाड़ी, तस्वीरे सामने आई
नई दिल्ली, 25 जुलाई (live24india) :- द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति बन गई हैं। सोमवार को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमना ने उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। मुर्मू ने हिंदी भाषा में राष्ट्रपति पद की शपथ ली। मुर्मू आजाद भारत में जन्म लेने वाली देश की पहली तथा सबसे युवा राष्ट्रपति हैं। उन्होंने निर्वतमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल पूरा होने के बाद इस पद को संभाला है।
शपद ग्रहण समारोह में श्री कोविंद, उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केन्द्रीय मंत्री, सांसद, विभिन्न राजनयिक मिशनों के प्रमुख और अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। राष्ट्रपति को इस मौके पर 21 तोपों की सलामी दी गई।
जोहार ! नमस्कार !
मैं भारत के समस्त नागरिकों की आशा-आकांक्षा और अधिकारों की प्रतीक इस पवित्र संसद से सभी देशवासियों का पूरी विनम्रता से अभिनंदन करती हूँ।
आपकी आत्मीयता, आपका विश्वास और आपका सहयोग, मेरे लिए इस नए दायित्व को निभाने में मेरी बहुत बड़ी ताकत होंगे।
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 25, 2022
शपथ लेने के बाद मुर्मू ने राष्ट्रपति के तौर पर अपना पहला संबोधन किया। उन्होंने कहा कि मैं भारत के समस्त नागरिकों की आशा-आकांक्षा और अधिकारों की प्रतीक इस पवित्र संसद से सभी देशवासियों का पूरी विनम्रता से अभिनंदन करती हूं। आपकी आत्मीयता, आपका विश्वास और आपका सहयोग, मेरे लिए इस नए दायित्व को निभाने में मेरी बहुत बड़ी ताकत होंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर निर्वाचित करने के लिए मैं सभी सांसदों और सभी विधानसभा सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं। आपका मत देश के करोड़ों नागरिकों के विश्वास की अभिव्यक्ति है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि ये भी एक संयोग है कि जब देश अपनी आजादी के 50वें वर्ष का पर्व मना रहा था तभी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी। और आज आजादी के 75वें वर्ष में मुझे ये नया दायित्व मिला है।
उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मंत्रिपरिषद के सदस्य, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्य और सरकार के प्रमुख असैन्य एवं सैन्य अधिकारी समारोह में शामिल हुए।
नई दिल्ली, 21 जुलाई (live24india) -: द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वें राष्ट्रपति होंगी। वह देश की पहली महिला आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी।
द्रौपदी मुर्मू ने वीरवार को तीसरे दौर की मतगणना के बाद जीत मिली है। अब तक हुई 3,219 वैध मतों में से उन्हें 2,161 मत जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 1,058 मत मिले हैं। विपक्षी पार्टी के उम्मीदवार सिन्हा ने कहा, “मैं राष्ट्रपति चुनाव 2022 में द्रौपदी मुर्मू को उनकी जीत पर दिल से बधाई देता हूं। मुझे उम्मीद है – वास्तव में, हर भारतीय उम्मीद है – कि भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में, वह बिना किसी डर या पक्षपात के संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करेंगी।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्रौपदी मुर्मू के नई दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे। उनके साथ बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा भी साथ थे। पीएम ने द्रौपदी मुर्मू को गुलदस्ता देकर उनको बधाई दी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी द्रौपदी मुर्मू को जीत पर बधाई दी।
कुल वोट 1,333 थे, जिनकी वैल्यू 1,65,664 थी। इसमें से मुर्मू को 812 वोट मिले। वहीं विपक्ष यशवंत सिन्हा को 521 वोट मिले। कुल तीनों राउंड की बात करें तो कुल वोट 3219 थे। इनकी वैल्यू 8,38,839 थी। इसमें से द्रौपदी मुर्मू को 2161 वोट (वैल्यू 5,77,777) मिले। वहीं यशवंत सिन्हा को 1058 वोट (वैल्यू 2,61,062) मिले।
द्रौपदी मुर्मू को क्रॉस वोटिंग के ज़रिए अभी तक 104 विधायकों और 17 सांसदों के वोट मिले हैं। उनको समर्थन देने वाले दलों के सांसदों की संख्या 523 थी , लेनिक वोट मिले 540 यानी वोटिंग में 17 सांसदों ने उनके पक्ष में क्रॉस वोटिंग की। इसी तरह अभी तक 16 राज्यों में 104 विधायकों ने क्रॉस वोट कर द्रौपदी मुर्मू को वोट किया।